ज्योति रथ कलश यात्रा: 'हम बदलेंगे-युग बदलेगा' के जयघोष के साथ जन-जन तक पहुंचाया युग निर्माण का संदेश
गायत्री परिवार राजस्थान के जोन समन्वयक और मुख्य ट्रस्टी ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को यह यात्रा जयपुर की चारदीवारी के प्रमुख मंदिरों से होकर गुजरेगी।

शांतिकुंज हरिद्वार से निकली ज्योति रथ कलश यात्रा ने मंगलवार को जयपुर के विभिन्न क्षेत्रों में उत्साह और श्रद्धा का वातावरण बनाया। गलता रोड से शुरू होकर यह यात्रा राम लक्ष्मण आश्रम, घाट के बालाजी, केशव विद्यापीठ, जामडोली, गायत्री ग्रीन सिटी, मणि रत्न कॉलोनी, सुमेल रोड, बंसत विहार, विजयपुरा गांव और अन्य क्षेत्रों से होकर गुजरी।
"हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा" के नारों के साथ यात्रा ने लोगों को युग निर्माण का संदेश दिया। बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने गायत्री माता और कलश की आरती उतारकर यात्रा का स्वागत किया। पुष्प वर्षा और जयघोष के बीच लोग पलक पांवड़े बिछाए यात्रा का इंतजार करते दिखे। मातृशक्ति की विशेष भागीदारी ने यात्रा को और अधिक गरिमा प्रदान की।
गायत्री परिवार राजस्थान के जोन समन्वयक और मुख्य ट्रस्टी ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को यह यात्रा जयपुर की चारदीवारी के प्रमुख मंदिरों से होकर गुजरेगी। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर से शुरू होकर यह यात्रा सांगानेर गेट के हनुमान मंदिर, गोपाल जी का मंदिर, ताड़केश्वर मंदिर, ध्वजाधीश गणेश मंदिर, गोविंद देवजी मंदिर और झूलेलाल मंदिर जैसे स्थानों पर पहुंचेगी।
ज्योति रथ कलश यात्रा का मुख्य उद्देश्य गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के राष्ट्रवादी और आध्यात्मिक विचारों को जन-जन तक पहुंचाना है। विश्व शांति, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सौहार्द, और मानव जीवन में नैतिक मूल्यों के विकास जैसे उद्देश्यों को लेकर यह यात्रा पूरे देश में संचालित हो रही है।
यह यात्रा शांतिकुंज में प्रज्ज्वलित अखंड दीपक के 100 वर्ष पूर्ण होने और माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में बसंत पंचमी 2026 को समाप्त होगी। तब तक, यह यात्रा देशभर में सकारात्मक बदलाव और युग निर्माण का संदेश देती रहेगी।